जयपुर को छोड़ सभी संभागों में खिला कमल |

12/4/2023 9:04:30 PM

राजस्थान में बंपर वोटिंग होने से एक बार फिर बीजेपी को फायदा पहुंचा हैं। प्रदेश में अशोक गहलोत की गारंटी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भरोसा भारी पड़ गया। जिसके चलते बीजेपी 115, कांग्रेस 69 और अन्य 15 सीटों पर विधायक काबिज हुए। मोदी की एक गांरटी के सामने कांग्रेस की 7 गारंटी फीकी पड़ गई, जिसके चलते मरुधरा में कमल खिला और रिवाज नहीं, राज बदल गया। जहां भाजपा मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नतीजों के बाद गदगद हैं, वहीं 2024 के लिए इसे नया एनर्जी पैकेट भी मान रही हैं। जयपुर छोड़ सभी संभागों में कमल का कमाल देखने को मिला। संभागवार बात की जाए तो भी बीजेपी ने ही बाजी मारी है। मेवाड़, मारवाड़, हाडौती और मेवात में एक तरफा कमल के फूल पर वोट पड़े हैं तो जयपुर में कांग्रेस आगे रही है।

जयपुर संभाग में कम खिला कमल

जयपुर जिले में 19 में से 12 सीटों पर भाजपा ने बाजी मारी है। तो अलवर जिले में कांग्रेस भारी पड़ी है। यहां पर 11 में से 6 सीटें कांग्रेस के खाते में गई है। सीकर में भी कांग्रेस आगे रही है। यहां पर 8 में से 5 सीटें कांग्रेस के खाते में गई है। झुंझुनू जिले में भी कांग्रेस का पलड़ा मजबूत रहा है, यहां पर 7 में से तीन सीटें ही भाजपा के खाते में गई है। जबकि 4 पर कांग्रेस का परचम लहराया है। इससे उलट दौसा जिले में 5 में से 4 सीटें भाजपा की झोली में गई है।

गहलोत के गढ़ वाले जोधपुर संभाग में बीजेपी का अच्छा प्रदर्शन

जोधपुर जिले में 10 में से 8 भाजपा के खाते में, जालौर जिले में 2 भाजपा, 2 कांग्रेस और एक निर्दलीय के पास गई है। पाली में 7 में से 5 सीटें भाजपा को मिली है। बाड़मेर में 7 में से 4 भाजपा, 2 निर्दलीय तो 1 कांग्रेस को मिली है। जैसलमेर जिले में दोनों ही सीटों पर भाजपा का वर्चस्व रहा है। सिरोही जिले में 2 सीटें भाजपा को तो 1 कांग्रेस को मिली है। खास बात यह रही है कि सिरोही से सीएम के सलाहकार संयम लोढ़ा 35 हजार वोटों से हारे हैं।

उदयपुर संभाग में बीजेपी की बल्ले-बल्ले

उदयपुर में 8 में से 6 सीटें भाजपा के खाते में गई है, जबकि कांग्रेस को 2 मिली है। राजसमंद जिले की चारों सीटें भाजपा को मिली है। डूंगरपुर जिले में नवगठित भारत आदिवासी पार्टी यानी बीएपी ने जीत कर सबको चौंकाया है। जिले में 4 में से 2 बीएपी, 1 भाजपा और 1 सीट कांग्रेस को मिली है। बांसवाड़ा जिले में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यहां पर 5 में से 4 कांग्रेस और 1 सीट पर भाजपा ने बाजी मारी है। प्रतापगढ़ जिले में 1 बीएपी तो 1 सीट भाजपा के पास गई है।

अजमेर संभाग में बीजेपी को एकतरफा वोट

अजमेर जिले में 8 में से 7 भाजपा के खाते में गई है। तो नागौर जिले में 10 सीटों में से 5 भाजपा, 4 कांग्रेस और 1 आरएलपी के खाते में गई है। भीलवाड़ा जिले में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पाया है। यहां पर 7 में 6 सीटें भाजपा को और 1 निर्दलीय के पास गई है। टोंक जिले में 2 भाजपा और 2 सीटें कांग्रेस को मिली है।

बीकानेर संभाग में भी भाजपा ने लहराया परचम

बीकानेर जिले में 7 में से 6 सीटों पर भाजपा ने परचम लहराया है। तो 1 सीट कांग्रेस को मिली है। श्रीगंगानगर में 5 में से 4 सीटें भाजपा को मिली है। हनुमानगढ़ में 5 में से 1 ही सीट बीजेपी को मिल पाई है, जबकि 3 कांग्रेस को और एक निर्दलीय के खाते में गई है। चुरू जिले में इस बार तगड़ा उलट फिर किया गया है। 6 में से 4 कांग्रेस, 1 भाजपा और 1 बसपा के खाते में गई है।

भरतपुर संभाग में भी बीजेपी ने इस बार चौकाया है

भरतपुर जिले में 7 में से 5 भाजपा, धौलपुर जिले में 1 बसपा और 3 सीटें कांग्रेस को मिली है। सवाई माधोपुर में 2 भाजपा, 2 कांग्रेस, तो करौली में भी 2 सीटें भाजपा को मिली है।

कोटा संभाग में भाजपा प्रत्याशियों पर जनता जर्नादन की महर

कोटा जिले में 6 में से 4 सीटें भाजपा को, बूंदी में सभी 3 सीटें कांग्रेस को बारां में सभी 4 सीटें भाजपा को और झालावाड़ जिले में 6 में से 3 सीटें भाजपा को आई है।

Afjal Khan

Advertising