Horoscope : शुभ संयोग में शुरू होगा नया साल 2026
Friday, Dec 19, 2025-02:57 PM (IST)
इस बार अंग्रेजी नववर्ष बेहद ही शुभ संयोग में शुरू होने वाला है। कई ग्रहों के गोचर से कई शुभ संयोग बनेंगे, ऐसे में वर्ष 2026 कई राशियों के लिए बेहद शुभ साबित होने वाला है। अंग्रेजी नववर्ष के पहले दिन हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2026 का पहला दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि और गुरुवार के दिन पड़ेगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र का प्रभाव रहेगा, जो सुख-समृद्धि और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर - जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि अंग्रेजी नववर्ष 2026 के पहले दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जो सुख समृद्धि और तरक्की के लिए बेहद कारगर माने जा रहे हैं। 1 जनवरी 2026 को रवि योग भी बन रहा है, जो रात 10:48 बजे से शुरू होकर अगले दिन सुबह 7:14 बजे तक प्रभावी रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में रवि योग को कार्यसिद्धि और धन लाभ के लिए विशेष फलदायी माना गया है।। इसके अलावा साल भर भी ग्रहों का राशि परिवर्तन जारी रहेगा। इसका असर सभी राशि वालों पर पड़ेगा। इन शुभ योग के बीच नए साल का आना ज्योतिषीय दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। नए साल को लेकर मान्यता भी है कि अगर अगर साल का पहला दिन अच्छा हो तो पूरा साल अच्छा रहता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार 1 जनवरी 2026 को पौष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि रहेगी। त्रयोदशी भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष मानी जाती है और जब यह तिथि गुरुवार के दिन आती है, तो इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस व्रत का संबंध गुरु ग्रह यानी बृहस्पति से जोड़ा जाता है, जो ज्ञान, धर्म, समृद्धि और सौभाग्य का कारक माना जाता है। गुरु प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं और कई प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं। नए साल पर शाम के समय प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करें। प्रदोष काल सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले और 45 मिनट बाद तक माना जाता है। इस दौरान शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र और फल अर्पित करें। ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का श्रद्धापूर्वक जाप करें और अंत में भगवान शिव की आरती करें। ऐसा माना जाता है कि इस विधि से की गई पूजा नए साल में सुख, शांति और सफलता दिलाती है।
ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष 2026 में कई महत्वपूर्ण ग्रहों का गोचर होने जा रहा है। साल 2026 में गुरु, राहु, और केतु जैसे बड़े ग्रह गोचर करेंगे। इस साल गुरु कर्क राशि में पहुंचेंगे। साथ ही राहु और केतु का गोचर भी होगा। राहु मकर राशि में और केतु कर्क राशि में पहुंचेंगे। वहीं, वर्ष 2026 में शनि मीन राशि में वक्री मार्गी होते रहेंगे।
ग्रह गोचर 2026
भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि इस साल ग्रहों का ऐसा संयोग बना हुआ है जो कुछ राशियों के लिए भाग्यशाली रहने वाला है। साल 2026 में गुरु, राहु और केतु जैसे बड़े ग्रह गोचर करने जा रहे हैं। इस साल 2 जून को गुरु कर्क राशि में पहुंच जाएंगे इसके बाद अतिचारी चाल से चलते हुए गुरु अक्टूबर में सिंह राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं, 25 नवंबर को राहु और केतु गोचर करेंगे। जहां राहु कुंभ राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे वहीं, केतु का गोचर कर्क राशि में होगा। साथ ही सालभर शनि वक्री मार्गी होकर चलेंगे। जोकि कई राशियों के जीवन में बड़े उतार चढ़ाव लेकर आएंगे।
शुभ प्रभाव
भविष्यवक्ता एवं कुंडली विश्लेषक डॉ अनीष व्यास ने बताया कि बीमारियों के इलाज में भी नए-नए आविष्कार होंगे। नई-नई दवाइयां और तकनीक विकसित होगी। बीमारियों में कमी आएगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आय में इजाफा होगा। चीजों की लागत सामान्य रहेगी। महंगाई में कमी आएगी। लोगों की सेहत में सुधार होगा। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रभाव बढ़ेगा और मजबूती भी आएगी। अन्य देशों से संबंध अच्छे हो जाएंगे। राष्ट्र विरोधी गतिविधियां खत्म होंगी। फसल और अनाज का उत्पादन बढ़ेगा। शैक्षणिक और धार्मिक गतिविधियां तेज हो सकती हैं। सरकार धीरे-धीरे आन्तरिक विवादों को खत्म करने में कामयाब रहेगी।
राजनीति क्षेत्र
कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि राजनीति के में थोड़ा उथल पुथल जरूर होगा। लेकिन फिर सब स्थाई हो जाएगा। सभी उत्तम ढंग से काम करेंगे, राजनीतिक क्षेत्र में नेता अपने अपने स्थान पर स्थापित होंगे और फिर उत्तम कार्य करेंगे। राजनीतिक स्थिरता आएगी। राजनीतिक क्षेत्र में कई प्रभावशाली लोग आएंगे जो लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। इस बार कड़ा राजनीतिक द्वंद भी देखने को मिलेगा।
सामाजिक क्षेत्र
भविष्यवक्ता डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 में सामाजिक क्षेत्र में कई बड़े काम होंगे। सामाजिक समरसता बहेगी। लोग एकजुट होंगे, धार्मिक क्षेत्र में कई बड़े काम होंगे। कई इतिहास बनेंगे। लोगों की बड़ी आस्था देखने को मिलेगी। समाज में एकता बनेगी।.
व्यापार क्षेत्र
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि व्यापार क्षेत्र में बहुत लाभ ही लाभ होगा, जैसे दलहन, तिलहन, धान है और विशेष कर जो लोग धनिया की खेती करते हैं, धनिया, लहसुन इसमें विशेष उन्नति लाभ मिलेगा और फसलों में गेहूं और धान की उत्पादन अधिक होगी। इससे व्यापारी वर्ग विशेष उसका लाभ उठाएंगे और जो किसान खेती करके वहां जाकर बेचेंगे, उनको भी पूर्ण रूप से लाभ होने की संभावना है।
शिक्षा और रोजगार क्षेत्र
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में बहुत उत्तम समय रहेगा। प्रतियोगिता में अधिक से अधिक लड़के लाभान्वित होंगे और नौकरी के उत्तम योग भी बनेगा। शिक्षा अच्छी मिलेगी और शिक्षा में सभी बच्चों की विशेष रुचि भी 2026 में बहुत अधिक रहेगी। नौकरी की बात करें तो नौकरी में जैसे प्राइवेट सेक्टर है या सरकारी सेक्टर है। दोनों में विशेष भर्तियां होंगी और अधिक से अधिक छात्र जो विशेष तैयारी कर रहे हैं। मेहनत कर रहे हैं उनको लाभ मिलेगा।
करें पूजा-पाठ और दान
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि हं हनुमते नमः, ऊॅ नमः शिवाय, हं पवननंदनाय स्वाहा का जाप करें। प्रतिदिन सुबह और शाम हनुमान जी के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं। लाल मसूर की दाल शाम 7:00 बजे के बाद हनुमान मंदिर में चढ़ाएं। हनुमान जी को पान का भोग और दो बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं। ईश्वर की आराधना संपूर्ण दोषों को नष्ट एवं दूर करती है। महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती पाठ करना चाहिए। माता दुर्गा, भगवान शिव और हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए।
राशियों पर असर
मेष, वृश्चिक : सफलता तो मिलेगी। लेकिन इसके लिए आपको संघर्ष करना पड़ेगा।
वृष, तुला: नया वर्ष शिक्षा के क्षेत्र में लाभ दिलाएगा। प्रमोशन भी मिल सकता है।
मिथुन, कन्या : सभी प्रकार के सुखों में वृद्धि होगी। तो वहीं इन्हें भी इंक्रीमेंट मिल सकता है।
कुंभ, मकर : पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। वाहन सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। विवादों से दूर रहें।
धनु, मीन: अभी तक रुके कार्य पूरे होंगे। धर्म लाभ मिलने लगेगा। मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
कर्क : नया साल कुछ मानसिक तनाव लेकर आ सकता है।
सिंह : मेहनत करनी पड़ेगी। इसी के बाद आपको सफलता मिलेगी।
