फैक्ट्रियों का ज़हर 70 गांवों पर भारी: जोजरी–बांडी–लूणी प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट समिति का नेहड़ा बांध निरीक्षण!

Sunday, Dec 28, 2025-05:31 PM (IST)

राजस्थान में औद्योगिक प्रदूषण का संकट अब केवल पर्यावरण तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह 60–70 गांवों की खेती, पशुधन और मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। जोजरी, बांडी और लूणी नदियों में बढ़ते औद्योगिक प्रदूषण की जांच के लिए Supreme Court of India के आदेश पर गठित उच्च स्तरीय इकोसिस्टम ओवरसाइट कमेटी ने शनिवार को नेहड़ा बांध का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान रोहट क्षेत्र के किसानों ने समिति को बताया कि फैक्ट्रियों से निकलने वाला रासायनिक और रंगीन पानी सीधे बांडी नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे नेहड़ा बांध का पानी पूरी तरह दूषित हो चुका है। इसी पानी से सिंचाई होने के कारण फसलें बर्बाद हो रही हैं, पशु बांझपन का शिकार हो रहे हैं और ग्रामीणों में हार्ट, किडनी व कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां बढ़ रही हैं।

किसानों का कहना है कि यह समस्या कोई नई नहीं है, बल्कि पिछले करीब 40 वर्षों से लगातार बनी हुई है। इसके बावजूद अब तक न तो प्रभावी निगरानी व्यवस्था बनी और न ही दोषी उद्योगों पर सख्त कार्रवाई हुई। समिति अध्यक्ष सेवानिवृत्त जस्टिस संगीत लोढ़ा को ग्रामीणों ने बताया कि कई फैक्ट्रियां अनट्रीटेड पानी को चोरी-छिपे नालों और टैंकरों के माध्यम से नदी में छोड़ती हैं। हाल ही में मंडिया रोड क्षेत्र में अवैध पाइपलाइन पकड़ी गई थी, लेकिन जिम्मेदारों के खिलाफ अब तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।

इकोसिस्टम ओवरसाइट कमेटी ने मौके से पानी और मिट्टी के सैंपल लिए हैं तथा किसानों को भरोसा दिलाया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी। ग्रामीणों को उम्मीद है कि इस बार उनकी आवाज़ केवल सुनी ही नहीं जाएगी, बल्कि ठोस कार्रवाई भी देखने को मिलेगी।


Content Editor

Payal Choudhary

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