फोन टैपिंग मामले पर किरोड़ीलाल मीणा की सफाई
Wednesday, Feb 12, 2025-04:10 PM (IST)
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फोन टैपिंग मामले पर किरोड़ीलाल मीणा की सफाई
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने फोन टैपिंग के आरोपों के बाद बुधवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ द्वारा दिए गए कारण बताओ नोटिस का वह जवाब दे चुके हैं। अब इस मामले पर उन्हें कुछ कहने का अधिकार नहीं है।
"अब मुझे या खर्रा साहब को कुछ कहने का अधिकार नहीं"
जब उनसे मंत्री झाबर सिंह खर्रा के उस बयान पर प्रतिक्रिया मांगी गई, जिसमें उन्होंने कहा था कि "अगर किरोड़ी लाल के जवाब से हम संतुष्ट नहीं हुए, तो उन पर कार्रवाई की जाएगी," तो मीणा ने जवाब दिया—
"मुझे कारण बताओ नोटिस दिया गया था और मैंने उसका जवाब दे दिया है। अब इस पर न मुझे कुछ कहने का अधिकार है और न ही खर्रा साहब को।"
उन्होंने आगे कहा कि "मुझसे जो गलती हुई थी, उसका मैंने जवाब दे दिया है। अब यह मामला मेरे हाथ में नहीं है।"
"ये अंदरूनी मामला है, पति-पत्नी में भी बहस होती है"
मीणा ने इस पूरे विवाद को पार्टी का आंतरिक मामला बताते हुए कहा—
"यह वैसा ही है जैसे पति-पत्नी के बीच कोई बात हो जाती है। मेरी पत्नी गोलमा देवी कई बार कहती हैं कि चुप रहा करो, लेकिन फिर भी मैं इस मुद्दे पर बोल रहा हूं।"
उन्होंने यह भी साफ किया कि नोटिस में क्या लिखा है, इसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। उन्होंने अपनी नाराजगी से इनकार करते हुए कहा कि जो भी मुद्दे उठाए हैं, वे जनता से जुड़े हैं, और वे पार्टी मंच पर अपनी बात रखते रहेंगे।
जेपी नड्डा से मिलने की अटकलों को किया खारिज
मीणा से जब राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की अटकलों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि—
"मैंने उनसे मिलने का कोई समय नहीं मांगा है। मेरे जो मुद्दे थे, उन्हें पार्टी के मंच पर रख चुका हूं।"
क्या कहा था किरोड़ी लाल मीणा ने?
6 फरवरी को किरोड़ी लाल मीणा ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग के गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था—
"मैं उम्मीद कर रहा था कि जब सरकार बदलेगी, तो भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जाएगी। लेकिन मैं निराश हूं। जिन मुद्दों को लेकर मैंने पिछली सरकार के खिलाफ आंदोलन किए थे, वे अब भुला दिए गए हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि—
"मैंने जब भ्रष्टाचार के कुछ मामलों को उजागर किया था, तब 50 फर्जी थानेदार गिरफ्तार किए गए थे। मैंने परीक्षा रद्द करने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा, सरकार ने मेरे पीछे जासूसी बिठा दी। हर जगह CID लगाई जा रही है और मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है।"
आगे क्या?
मीणा के इन बयानों के बाद अब पार्टी के भीतर हलचल तेज हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी उनके जवाब से संतुष्ट होती है या नहीं, और क्या इस पूरे मामले पर कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई होती है।