एल्विश यादव फिर घिरे विवादों में !
Tuesday, Feb 11, 2025-04:39 PM (IST)
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राजस्थान में एल्विश यादव का पुलिस एस्कॉर्ट विवाद: क्या है पूरा मामला?
राजस्थान की राजधानी जयपुर में फेमस यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी विनर एल्विश यादव (Elvish Yadav) अपने नए गाने की शूटिंग के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उनका एक व्लॉग वायरल हो गया, जिसमें दिखाया गया कि राजस्थान पुलिस की 112 हेल्पलाइन गाड़ी उन्हें एस्कॉर्ट कर रही है। वीडियो वायरल होते ही इस मामले ने तूल पकड़ लिया, क्योंकि राजस्थान पुलिस ने एल्विश को सुरक्षा देने से साफ इनकार कर दिया है।
पुलिस सुरक्षा को लेकर उठा विवाद
एल्विश यादव ने अपने यूट्यूब चैनल ‘एल्विश यादव व्लॉग्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसका शीर्षक था ‘राजस्थान में फुल प्रोटोकॉल’। इस 15 मिनट 16 सेकेंड लंबे वीडियो में दिखाया गया कि उनकी गाड़ी के साथ राजस्थान पुलिस की तीन अलग-अलग गाड़ियां थीं।
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पहली गाड़ी - नीले रंग की गश्त वाहन चेतक-14, जिसने उन्हें पत्रिका गेट से होटल तक छोड़ा।
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दूसरी गाड़ी - सफेद रंग की 112 हेल्पलाइन, जो जयपुर से सांबर जाते समय अलग-अलग थानों की गाड़ियों से बदली गई।
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तीसरी गाड़ी - एक सफेद रंग की दूसरी पुलिस वाहन, जिसे एल्विश के साथी ने ‘परमानेंट एस्कॉर्ट गाड़ी’ कहा, जो गुरुग्राम तक साथ जाने वाली थी।
एल्विश के अनुसार, रास्ते में लगभग 10 से 15 थानों की पुलिस उनकी सुरक्षा में लगी रही।
VIP रास्ता खुलवाने का मामला
जयपुर से सांबर लेक जाते वक्त एक बगरू टोल पर उनकी गाड़ी रुकी। तभी एस्कॉर्ट गाड़ी में बैठे एक पुलिसकर्मी ने नीचे उतरकर वीआईपी रास्ता खुलवाया। यह पूरा दृश्य एल्विश के व्लॉग में कैप्चर हुआ। बाद में, जब एल्विश जयपुर लौटे, तो उन्होंने राजस्थान पुलिस का शुक्रिया अदा भी किया।
पुलिस ने किया सुरक्षा देने से इनकार
जब इस वीडियो को लेकर एडिशनल कमिश्नर रामेश्वर सिंह से सवाल किए गए, तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया कि एल्विश को कोई सुरक्षा दी गई थी। पुलिस का कहना है कि एल्विश यादव ने जानबूझकर पुलिस की गाड़ियों के पीछे चलकर वीडियो बनाया और इसे सुरक्षा का नाम देकर वायरल कर दिया।
पुलिस सुरक्षा को लेकर सवाल
इस पूरे मामले ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए हैं।
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राजस्थान पुलिस की 112 हेल्पलाइन गाड़ी इमरजेंसी रिस्पॉन्स के लिए होती है, न कि किसी व्यक्ति को एस्कॉर्ट करने के लिए।
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चेतक गाड़ियां मुख्यतः गश्त और लोकल सुरक्षा के लिए होती हैं।
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पुलिस की स्पेशल एस्कॉर्ट देने के लिए कमिश्नरेट से अनुमति लेनी पड़ती है, जो इस मामले में नहीं ली गई।
क्या होगी पुलिस की कार्रवाई?
अब सवाल यह उठ रहा है कि अगर एल्विश यादव ने यह सब जानबूझकर किया, तो क्या पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी?
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अगर एल्विश का वीडियो झूठा है, तो पुलिस को उन पर कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए।
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अगर वीडियो सही है, तो सवाल उठता है कि पुलिस ने बिना अनुमति के कैसे एस्कॉर्ट दिया?
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर भी जमकर बहस हो रही है।
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एल्विश यादव के प्रशंसक इसे उनकी लोकप्रियता का प्रमाण मान रहे हैं।
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पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने वाले लोग इसे प्रशासनिक लापरवाही बता रहे हैं।
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कुछ लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने झूठा दावा किया है, तो उन्हें इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।