10 नवंबर को पांच शुभ योग में मनाई जायेगी धनतेरस, धनतेरस पर राशि के अनुसार करें खरीदारी.

11/9/2023 11:45:36 AM

धनतेरस से दीपावली के त्यो,हार का आरंभ माना जाता है। धनतेरस इस बार 10 नवंबर को मनाई जाएगी। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाई है। इस दिन धन के देवता कुबेरजी और धन की देवी मां लक्ष्मीभ की पूजा की जाती है। इस दिन सोने-चांदी के अलावा बर्तनों की खरीद करते हैं। ऐसी मान्याता है कि इस दिन खरीदी गई वस्तुरओं में 13 गुना वृ‍द्धि होती है। धनतेरस के त्योकहार को विधि विधान से मनाने पर आपको वर्ष भर धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर - जोधपुर  के निदेशक  ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 10 नवंबर को दोपहर में 12:35 मिनट से होगा। यह तिथि अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर में 1:57 मिनट तक रहेगी। चूंकि धनतेरस का त्योहहार प्रदोष काल में मनाने की परंपरा है, इसलिए यह शु्क्रवार 10 नवंबर को मनाई जाएगी। धनतेरस जिसे धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं पांच दिवसीय दीपावली का पहला दिन होता है। धनतेरस के दिन से दीपावली का त्योहार प्रारंभ हो जाता है। मान्यता है इस तिथि पर आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रगट हो हुए थे। इसी कारण से हर वर्ष धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा निभाई जाती है।

 

ज्योतिषाचार्य  ने बताया कि शु्क्रवार 10 नवंबर धनतेरस पर सबसे शुभ मुहूर्त रहेगा। धनतेरस पर 4 राजयोग और एक 1 शुभ योग बन रहा है, इस तरह 5 योगों का महासंयोग 10 नवंबर को रहेगा। धनतेरस पर वैसे भी सोना-चांदी और बर्तन खरीदने की परंपरा रही है। इस बार इन 5 योगों के कारण ये और भी खास हो जाएगी, प्रीति, वरिष्ठ, सरल, शुभकर्तरी और सर्वार्थसिद्धि योग शामिल हैं। इन शुभ योग में की गई खरीदारी और शुरुआत लंबे वक्त तक फायदा देने वाली रहेगी। इन शुभ योग में किए कामों में सफलता की संभावना और बढ़ जाती है।

 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि कहा जाता है जो भी व्यक्ति धनतेरस के दिन सोने-चांदी, बर्तन, जमीन-जायजाद की शुभ खरीदारी करता है उसमें तेरह गुना की बढ़ोत्तरी होती है। चिकित्सक अमृतधारी भगवान धन्वन्तरि की पूजा करेंगे। इसी दिन से देवता यमराज के लिए दीपदान से दीप जलाने की शुरुआत होगी और पांच दिनों तक जलाए जाएंगे। इस दिन खरीदे गए सोने या चांदी के धातुमय पात्र अक्षय सुख देते हैं। लोग नए बर्तन या दूसरे नए सामान खरीदेंगे।

 

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि धनतेरस जिसे धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं पांच दिवसीय दीपावली का पहला दिन होता है। धनतेरस के दिन से दीपावली का त्योहार प्रारंभ हो जाता है। मान्यता है इस तिथि पर आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रगट हो हुए थे। इसी कारण से हर वर्ष धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा निभाई जाती है। कहा जाता है जो भी व्यक्ति धनतेरस के दिन सोने-चांदी, बर्तन, जमीन-जायजाद की शुभ खरीदारी करता है उसमें तेरह गुना की बढ़ोत्तरी होती है। चिकित्सक अमृतधारी भगवान धन्वन्तरि की पूजा करेंगे। इसी दिन से देवता यमराज के लिए दीपदान से दीप जलाने की शुरुआत होगी और पांच दिनों तक जलाए जाएंगे। इस दिन खरीदे गए सोने या चांदी के धातुमय पात्र अक्षय सुख देते हैं। लोग नए बर्तन या दूसरे नए सामान खरीदेंगे।

 

धनतेरस तिथि

भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि पंचांग के अनुसार कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 10 नवंबर को दोपहर में 12:35 मिनट से होगा। यह तिथि अगले दिन 11 नवंबर को दोपहर में 1:57 मिनट तक रहेगी। चूंकि धनतेरस का त्योहहार प्रदोष काल में मनाने की परंपरा है, इसलिए यह शु्क्रवार 10 नवंबर को मनाई जाएगी।

त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ -10 नवम्बर 2023 दोपहर 12:35 बजे से

त्रयोदशी तिथि समाप्त - 11नवम्बर 2023 दोपहर 01:57 बजे तक


प्रीति योग

भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि धनतेरस की तिथि पर प्रीति योग बन रहा है। यह योग शाम 05:06 बजे के बाद बन रहा है। यह योग पूरी रात रहेगा। इस योग में पूजा करने से साधक को अनंत फल की प्राप्ति होगी। यह अवधि खरीदारी के लिए भी अच्छी है। इस योग में शुभ कार्य भी किए जा सकते हैं।

धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त

प्रदोष काल- शाम 05:46 मिनट से रात 08:25 मिनट तक

वृषभ लग्न का मुहूर्त- शाम 06:08 से रात्रि 08:05 मिनट तक

दीपदान - सांय 05:46 मिनट से रात्रि 08:26 मिनट तक

खरीदारी का शुभ मुहूर्त

कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि धनतेरस के दिन को हिंदू धर्म में खरीदारी करने के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन खरीदारी करने से घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। धनतेरस के दिन बर्तन, सोना-चांदी, आभूषण, झाडू और खड़ा धनिया खरीदना शुभ माना जाता है। इस बार खरीददारी के लिए धनतेरस पर दोपहर से शाम तक शुभ समय रहेगा। विशेषकर दोपहर 12:56 मिनट से 02:06 मिनट तक और फिर शाम 04:16 मिनट से 05:26 मिनट तक श्रेष्ठ समय रहेगा।

धनतेरस का महत्व

कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि पौराणिक मान्युताओं में यह बताया गया है कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को समुद्र मंथन से भगवान धनवंतरी अपने हाथ में अमृत से भरा कलश लेकर प्रकट हुए थे। धनवंतरीजी को विष्णुम भगवान का अवतार माना जाता है। धनतेरस को उनके प्राकट्योत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन सोना चांदी खरीदने का भी विशेष महत्व होता है और इस अवसर पर दान पुण्य करने से आपके संपत्ति में 13 गुना वृद्धि होती है। धनतेरस के दिन से दीपावली के उत्सव को मनाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। धनतेरस के दिन अपने घर में धनिए के बीज जरूर खरीदकर लाने चाहिए। इससे आपके घर में बरकत आती है और मां लक्ष्मी् भी आपसे प्रसन्न होती हैं।

आइए जानते हैं धनतेरस पर अपनी राशि के अनुसार खरीदारी

मेष राशि

मेष राशि के जातकों को धनतेरस पर चांदी के बर्तन खरीदने चाहिए। ये उनके लिए बहुत ही लाभकारी होगा। चांदी खरीदने से भगवान कुबेर प्रसन्न होते हैं और उनके धन में अपार वृद्धि की संभावना होती है।

वृष राशि

वृष राशि के जातकों को धनतेरस पर चांदी की वस्तु या आभूषण खरीदना बहुत ही शुभ है। वृष राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है जो सुख, संपन्नता और वैभव का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसलिए वृष राशि वालों को अपने धन में वृद्धि करने के लिए चांदी की वस्तु खरीदना बड़ा ही शुभ रहेगा।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों को सोने के आभूषण खरीदने चाहिए और हरे रंग का घरेलू सामान खरीदना उनके लिए फलदायी रहेगा। मान्यता है कि आभूषण खरीदने से घर में धन संपदा बनी रहती है। ऐसा करने से आप पर भगवान धन्वंतरि की कृपा बरसेगी।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातक चांदी का श्रीयंत्र धनतेरस के दिन ले सकते हैं। श्रीयंत्र लेने के बाद कुछ और भी खरीदें तो भी शुभ रहेगा और आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं होगी, आप पर देवी महालक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सोना खरीदना अति उत्तम माना जाता है। धनतेरस पर सोने की वस्तु जैसे सोने के सिक्के, सोने के गहनें और सोने के बर्तन खरीदना अत्यंत शुभ रहेगा। इसके साथ-साथ बर्तन या कोई धार्मिक किताबें खरीद सकते हैं। इस वर्ष आप पर देवी महालक्ष्मी जी की अटूट कृपा बरसेगी।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातक कांसे या हाथी-दांत से बनी चीजों की खरीदारी करें। इन वस्तुओं की खरीदारी करने से आपके धन में वृद्धि होगी और धन को किसी शुभ जगह पर निवेश करने पर लाभ प्राप्त होगा।

तुला राशि

इस धनतेरस को शुभ और फलदायी बनाने के लिए तुला राशि के जातक सौंदर्य से संबंधित वस्तुएं खरीदें। आप इत्र, सोने-चांदी के आभूषण खरीद सकते हैं। चांदी से बना आभूषण या चांदी के सिक्के जरूर खरीदें, इससे आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी और माता लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों को धनतेरस पर सोने के गहनें और सिक्के या फिर तांबे के बर्तन खरीदना चाहिए। इस दिन आप पीतल भी खरीद सकते हैं क्योंकि अगर वृश्चिक राशि वाले धनतेरस के शुभ दिन पीतल की वस्तु खरीदते हैं तो उनके धन में अपार वृद्धि की संभावना होती है।

धनु राशि

धनु राशि के जातक धनतेरस के दिन दिन वाहन और चांदी के बर्तन खरीदें। चांदी धनु राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ मानी गयी है।  इस दिन पर आपको चांदी के आभूषण, बर्तन, चांदी की सिक्के और वाहन खरीदना घर में समृद्धि लाएगा।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए धनतेरस काफी मायने रखता है। धनतेरस के इस पर्व पर वाहन और सजावट की चीजें खरीदना आपके लिए शुभ रहेगा। आप चांदी और स्टील के बर्तन भी खरीद सकते है। मगर यह भी ध्यान रहे कि यदि आप वाहन खरीद रहे हैं तो उसकी पेमेंट एक दिन पहले ही कर दें क्योंकि धनतेरस वाले दिन बड़ी पेमेंट करना शुभ नही माना जाता।

कुंभ राशि

कुंभ राशि का स्वामी शनि है। ऐसे में आपके लिए चांदी और स्टील के बर्तन की खरीदारी करना शुभ और अत्यधिक फलदायी होगा। इसके साथ ही आप इस दिन बैंकों में पैसे जमा करवा सकते हैं इससे धनों के देवता भगवान कुबेर की कृपा बरसेगी।

मीन राशि

मीन राशि का स्वामी ग्रह गुरु  है। मीन राशि के जातक धनतेरस वाले दिन चांदी के बर्तन या आभूषण खरीदें। चांदी मीन राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ मानी गयी है। धनतेरस पर आपको चांदी के आभूषण या चांदी के सिक्के खरीदने से शुभ फल प्राप्त होगा और कुबेर देवता कि कृपा आप पर बनी रहेगी।

Afjal Khan

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