मदन दिलावर बोले — श्री राम समाज में समरसता के सर्वोत्तम उदाहरण, हमें भी बदलनी होगी सोच
Thursday, Nov 06, 2025-08:10 PM (IST)
कोटा | शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि भगवान श्री राम आदर्श पुरुष है और समाज में समरसता के सर्वोत्तम उदाहरण है | मदन दिलावर आज यहां कोटा के वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में आयोजित सामाजिक समरसता के प्रतीक श्री राम विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे |
मदन दिलावर ने कहा कि समरसता भारतीय समाज का मूल आधार रही है और भारत आदिकाल से ही समरस रहा है | क्योंकि सनातन संस्कृति के वाहक हम हिंदुस्तानी भारत को मां के रूप में मानते हैं और जब हम समाज के सभी अंग भारत मां की संतान है तो फिर भेद कैसे? हम अलग कैसे हो सकते हैं! इसलिए भारत सदैव से ही समरस है और यही हमारे समाज का मजबूत आधार है |
मदन दिलावर ने कहा कि हमें छोटे या बड़े का भेद बुलाकर छोटे भाई और बड़े भाई की तरह आपसी प्रेम से रहना होगा और एक दूसरे का हाथ थाम कर आगे चलना होगा | यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज हमें समरसता की बात करनी पड़ रही है | हमें उच्च नीच के भेद को मिटाकर एकाकर होना होगा | समरसता को आत्मसात करना होगा नहीं तो देश और समाज कमजोर होगा और देश संकट में पड़ेगा इसलिए हम सबको सोच बदलनी होगी | देश को प्रथम मानकर समाज को मजबूत करना होगा |
मंत्री दिलावर ने कहा कि श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम है | उन्होंने समाज को एक होकर हर चुनौती का सामना करने की प्रेरणा दी है | श्री राम ने केवट और निषाद राज को पूरा सम्मान दिया | तो सबरी द्वारा झूठे बेर खिलाए जाने पर प्रेम पूर्वक झूठे बेर भी खाये | श्री राम ने शबरी की जाति या वर्ग को महत्व देने की बजाय उनके ममत्व को सम्मान दिया | शबरी मां के प्रेम से दिए हुए झूठे बेर भी खा सामाजिक समरसता का विश्व का सर्वोत्तम उदाहरण पेश किया | हमें भी समाज को समरस करना है तो आपसी प्रेम संबंध और भाईचारे को महत्व देना होगा तभी समाज एककार होकर समरस होगा |
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता प्रोफेसर रामनाथ झा, आचार्य जेएनयू दिल्ली थे, जबकि अध्यक्षता वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा के कुलगुरु प्रो बी एल वर्मा ने की| कोटा विश्वविद्यालय कोटा के कुलगुरु प्रोफेसर बीपी सारस्वत विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे| राष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक डॉक्टर कपिल गौतम ने मंचासीन सभी अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया|
