"बच्चे की मौत पर राजनीति गरमाई, गहलोत बोले – ‘CM को दिखानी चाहिए थी संवेदना’"
Wednesday, Aug 20, 2025-05:00 PM (IST)

जोधपुर । पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज जोधपुर पहुंचे जोधपुर एयरपोर्ट से सीधे 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में जाने वाले बच्चे की एक्सीडेंट में हुई मौत के परिवार जनों से मुलाकात करने उनके निवास पहुचे और ढाढस बनाया । इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एयरपोर्ट पर मीडिया से बात की और बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को संवेदना दिखानी चाहिए थी । उन्हें पीड़ित परिवार से मुलाकात करनी चाहिए थी । पता नहीं उनके सलाहकार कौन है जो उनको ऐसी सलाह देते हैं । रूट बदलकर निकल गए । मानवता होती है कि किसी पीड़ित से बात करें लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ऐसा नहीं किया । जिस भीड़ आक्रोशित हुई । साथ उन्होंने कहा कि बच्चे स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे और इस दौरान यह घटना हुई । इस घटना के बाद ना तो कोई कार्रवाई हुई ना किसी के खिलाफ एक्शन हुआ । यह बड़ी बात है । साथ ही उन्होंने कहा कि हर गलती कीमत मांगती है ।
वही वोट चोरी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट तक सरकारी गई है । में 5 साल से देख रहा हूं एक बार स्ट्राइक हो गई थी उसे समय चुनाव रोकना पड़ा । यह इन्हें प्रयास करने की जरूरत नहीं थी । इससे पहले भी कई सरकारी गई थी । सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया इसलिए हाई कोर्ट का निर्णय सरकार को मनाना चाहिए अभिलंब चुनाव की घोषणा करनी चाहिए ।
वही वोट चोरी को लेकर उन्होंने कहा कि अब यह मुद्दा गांव गांव तक पहुंच गया है कितने लोग बिना वोट डाले इधर-उधर घूमते हैं । कई लोगों के नाम कट जाते हैं और राहुल गांधी चाहते हैं कि एक बार स्पष्ट लिस्ट बन जाए आजकल टेक्नोलॉजी का जमाना है एक बटन दबाते ही सारी सूचनाओं और जानकारी सामने आ जाती है आज किसी का नाम जोड़ना है । हटाना एक बटन से कम होता है । एक चुनाव के समय ही पता चलता है जब वोट डालने जाता है तो उसके पता चलता है कि उसका नाम ही नहीं है । साथी उन्होंने एक बार फिर कहा कि इलेक्शन कमीशन का व्यवहार अच्छा नहीं है ।
विपक्ष महाभियोग लाने की सवाल पर उन्होंने कहा कि दिए तो विपक्षी पार्टी बैठकर तय करेंगे और सभी लोग मानेंगे
क्या राजस्थान में भी वोट चोरी हुई है इस सवाल पर उन्होंने कहा कि जहां हुआ है वहां आप पता कीजिए आप लोगों की ड्यूटी है और आप लोगों को जानकारी पता चले तो बताएं ताकि पब्लिक जानना चाहती है ।
क्या अनुभवहीनता मानते हैं इस एक्सीडेंट के बाद मुख्यमंत्री पीड़ित से नहीं मिले इस सवाल पर उन्होंने कहा मुझे जानकारी नहीं उसे समय क्या हुआ होगा किसने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को गाइड किया होगा यह उन्हें मालूम होना चाहिए कि एक बच्चा प्रोग्राम में आ रहा था और एक्सीडेंट में वह मर गया है । यह विशेष बात होती है की 15 अगस्त के मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम में बच्चे जा रहे थे और वो भी 5:30 बजे और रास्ते में उसकी मौत हो जाए । अगर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सलाह देने वाले ठीक ढंग के होते तो परिवार वालों को बुलाते उनसे बात करते मैं समझता हूं कि अपने यहां यह मानव की सोच होती है कि अगर कोई आदमी संवेदनशील दिखा देता तो आधा गुस्सा आमजन का शांत हो जाता और जनता यह सोचती कि हां हमारी चिंता मुख्यमंत्री जी को है और हमारे दुख: में शरीक हुए हैं ।