गागरोन दुर्ग में इतिहास रचा: 5 हजार विद्यार्थियों ने एक साथ चित्रकारी कर बनाया विश्व रिकॉर्ड
Wednesday, Dec 10, 2025-06:53 PM (IST)
राजस्थान के झालावाड़ जिले की विश्व धरोहर स्थल गागरोन दुर्ग बुधवार को साक्षी बना एक अद्वितीय और ऐतिहासिक क्षण का, जब 5 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने एक साथ चित्रकारी कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। राज्य सरकार की पंच गौरव योजना के तहत आयोजित ‘गागरोन दुर्ग चित्रकला महोत्सव’ ने जिले ही नहीं, पूरे प्रदेश में कला और सांस्कृतिक चेतना की नई लहर पैदा कर दी। लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में यह रिकॉर्ड दर्ज किया गया।

सुबह से ही ऐतिहासिक दुर्ग परिसर उल्लास, उत्साह और रचनात्मकता से भर उठा। फोर्ट की प्राचीन दीवारों और शांत जलराशि के बीच जब हजारों विद्यार्थियों ने अपनी पेंट ब्रश से रंग बिखेरने शुरू किए तो पूरा वातावरण मानो एक विशाल कैनवास में बदल गया।
रंगों से सजा ऐतिहासिक दुर्ग –एक ऐसी याद जो पीढ़ियों तक बनेगी मिसाल– जिला कलेक्टर
जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने इस विश्व-स्तरीय उपलब्धि को जिले के लिए “अविस्मरणीय क्षण” बताया।
उन्होंने कहा- “गागरोन दुर्ग सदियों से इतिहास का साक्षी रहा है, लेकिन आज जिस तरह यहां कला का महासागर उमड़ा, वह दुर्लभ है। यह आयोजन सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि हमारे बच्चों की रचनात्मकता, विरासत के प्रति सम्मान और जिले की पहचान को समर्पित है।” यह आयोजन न केवल बच्चों की प्रतिभा का उत्सव बना, बल्कि गागरोन दुर्ग को राष्ट्रीय–अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कला, संस्कृति और पर्यटन के नए केंद्र के रूप में स्थापित करने वाला साबित होगा।
रामबुर्ज पर बास्केटबॉल मैच- पंच गौरव थीम को मिला खेल का जीवंत स्पर्श
आयोजन के दौरान रामबुर्ज पर पंचगौरव के तहत चयनित खेल बास्केटबॉल का रोमांचक मैच भी आकर्षण का केंद्र रहा। झालावाड़ गर्ल्स टीम और बॉयज़ टीम के बीच मैच आयोजित किया गया। विशेष बात यह रही कि जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने स्वयं गर्ल्स टीम की ओर से मैदान में उतरकर खेला, जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों का उत्साह चरम पर पहुंच गया। जोश और खेलभावना से भरे मुकाबले में गर्ल्स टीम विजेता रही।

पंच गौरव थीम पर लगी प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केंद्र
गागरोन दुर्ग, संतरा, सागवान, कोटा स्टोन और बास्केटबॉल- जिले के पंच गौरव विषयों पर आधारित स्टॉलों पर लोगों की खूब भीड़ रही। स्टॉलों ने जिले की विशेषताओं, उद्योगों, उद्यानिकी, पर्यटन और लोक विरासत को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया।
सुव्यवस्थित आयोजन—सभी विभागों की उत्कृष्ट समन्वय से बनी मिसाल
सीईओ शंभूदयाल मीणा और एसडीएम अभिषेक चारण के नेतृत्व में सुरक्षा, आवागमन, पेयजल, चिकित्सा, बिजली, व्यवस्था और नियंत्रण का बेहतरीन प्रबंधन किया गया। सभी विभागों ने समन्वय के साथ ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की कि विद्यार्थी और आगंतुक पूरे समय सहज और सुरक्षित रहे।

संतरा व सागवान का किया पौधारोपण
इस दौरान जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित जनप्रतिनिधियों द्वारा किले में संतरा व सागवान के पौधों का रोपण किया गया। जिला कलेक्टर ने वन विभाग के कार्मिकों को इन पोधों के संरक्षण की ज़िम्मेदारी सौंपी। जिला कलेक्टर ने पिछले 15 दिनों से विशेष रूप से गागरोन दुर्ग में व्यापक स्तर पर सफाई व्यवस्था और झाड़ियों की कटाई के कार्य को करने वाली मनरेगा की महिला श्रमिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने उपस्थित आमजन, विद्यार्थियों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संगठनों और सभी विभागों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस विशाल आयोजन को सफल बनाया।

ये गणमान्य लोग रहे उपस्थित
जिला प्रमुख प्रेम बाई दांगी, आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा, जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन शर्मा, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, उप वन संरक्षक सागर पंवार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अनुराग भार्गव, जिला परिषद के सीईओ शंभु दयाल मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद मीणा, उपखण्ड अधिकारी अभिषेक चारण, उपखण्ड अधिकारी भवानीमंडी श्रद्धा गोमे, झालरापाटन प्रधान भावना झाला सहित विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

