राजस्थान को जल्द मिलेगा यमुना का पानी, सीएम भजनलाल ने परियोजना में झोंकी ताकत; DPR तैयार करने के निर्देश
Sunday, Jul 20, 2025-04:24 PM (IST)

राजस्थान को यमुना नदी का पानी जल्द उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राज्य सरकार ने कमर कस ली है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) पांच माह में तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही हिमाचल और उत्तराखंड में बन रहे तीन बांधों के लिए 95 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी भी राज्य सरकार ने स्वीकृत कर दी है।
परियोजना से जुड़ी अहम बातें
यमुना जल परियोजना की कुल लागत: ₹11,320 करोड़
राजस्थान की हिस्सेदारी: ₹215.66 करोड़
DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) की समय सीमा: 5 माह
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जारी किए: ₹95 करोड़ (हिस्सा राशि)
जल आपूर्ति और सिंचाई का लाभ मिलेगा राजस्थान को दो चरणों में
किन इलाकों को मिलेगा फायदा?
पहला चरण
पेयजल आपूर्ति के लिए पानी मिलेगा
लाभार्थी जिले: चूरू, सीकर, झुंझुनूं समेत कई क्षेत्र
दूसरा चरण
सिंचाई के लिए पानी मिलेगा
चूरू जिले में: 35,000 हेक्टेयर
झुंझुनूं जिले में: 70,000 हेक्टेयर
रेणुकाजी और लखवार बांधों से मिलेगा पानी
यमुना नदी के जलग्रहण क्षेत्र में दो बड़े बांध — रेणुकाजी (हिमाचल प्रदेश) और लखवार (उत्तराखंड) बनाए जा रहे हैं। जब नदी में अधिक जल होगा, तो इसे इन बांधों में रोका जाएगा और आवश्यकता अनुसार राज्यों को आपूर्ति की जाएगी। इससे राजस्थान को पूरे साल पानी मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
टास्क फोर्स बैठक में हुआ फैसला
30 जून को पंचकूला में हुई यमुना जल टास्क फोर्स की तीसरी बैठक में राजस्थान और हरियाणा के अधिकारियों ने इस परियोजना को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा की। हथिनीकुंड बैराज से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के उपायों पर भी बातचीत हुई।
300 किमी दूरी में होगा पाइपलाइन अलाइनमेंट
राजस्थान जल संसाधन विभाग की टीम ने हरियाणा के इन्द्री हेड से सर्वे शुरू कर दिया है। पहले चरण में हरियाणा से राजस्थान बॉर्डर तक पानी की आपूर्ति के लिए 300 किलोमीटर तक पाइपलाइन का अलाइनमेंट तय किया जा रहा है।
राजस्थान को मिल सकता है स्थायी जलस्रोत
अगर यह परियोजना तय समय पर पूरी हो जाती है तो राजस्थान को न केवल पेयजल संकट से राहत मिलेगी बल्कि कृषि क्षेत्र को भी संजीवनी मिलेगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल इस दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।