JKK में पदोन्नति घोटाला! आर्ट एंड कल्चर डिपार्टमेंट पर गंभीर सवाल
Thursday, Sep 11, 2025-02:39 PM (IST)

जयपुर । जवाहर कला केंद्र में कर्मचारियों की पदोन्नति और क्रमोन्नति प्रक्रिया को लेकर गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। आर्ट एंड कल्चर डिपार्टमेंट ने सरकारी नियमों की अनदेखी करते हुए पदोन्नतियां दे दीं। यह खुलासा कलाकारों की ओर से लगाई गई आरटीआई और वित्त विभाग की आपत्तियों के बाद हुआ। कलाकारों का आरोप है कि जेकेके की स्वतंत्र नियमावली नहीं है। पदोन्नति प्रक्रिया में पुरातत्व विभाग के नियमों का गलत प्रयोग किया गया। 'सहायक निदेशक' और 'सुपरिंटेंडेंट कम असिस्टेंट डायरेक्टर' जैसे पद न तो पुरातत्व विभाग में हैं और न ही जेकेके की सेवा संरचना में। यहां पर हर साल 9 करोड़ रुपए कार्यक्रमों में खर्च करने का बजट है। बजट का कहां खर्च करना है, वह सब ही तय करते हैं। आरटीआई लगाने वाले आर्टिस्टि उज्जवल मिश्रा और अमित शर्मा ने बताया कि हम डेढ़ साल से प्रयास कर रहे थे। हमें आरटीआई गुमराह करने वाली सूचनाएं दी जा रही हैं। शिकायत सीएम, सीएस सहित आला अफसरों तक पहुंचाई गई। कुछ दस्तावेजों में कर्मचारियों ने गलत पदनाम से सिग्नेचर तक किए। दरअसल विवाद सामने तब आय़ा जब अन्य कर्मचारियों ने भी पदोन्नति की मांग की, लेकिन उनकी फाइल वित्त विभाग में अटक गई। इसी दौरान पूरी प्रक्रिया की जांच शुरू हुई,जिसके बाद 27 मई 2025 को वित्त विभाग ने जेकेके को पत्र लिख पदोन्नति पर आपत्ति दर्ज की। विभाग का कहना है कि 18 सितंबर 2023 को जारी आदेश के दिशा-निर्देशों के अनुरूप नहीं है। पदोन्नति अवैध पाई जाती है तो 2 वर्षों में 18 करोड़ रुपए के आयोजनों में संबंधित कर्मचारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में आ जाएगी।