जमीनी स्तर पर की जा रही तैयारी का निरीक्षण बेहद जरूरी — मुख्य निर्वाचन अधिकारी
Saturday, Jul 26, 2025-06:04 PM (IST)

जमीनी स्तर पर की जा रही तैयारी का निरीक्षण बेहद जरूरी — मुख्य निर्वाचन अधिकारी
जयपुर,26 जुलाई। राजस्थान राज्य में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जल्द ही विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया जाने वाला है। 2002 के पश्चात 2025 में यह अभियान चलाया जाएगा जिसका मुख्य उद्देश्य कोई भी पात्र मतदाता सूची में आने से वंचित न रह जाए है । इस अहम उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य के निर्वाचन विभाग में तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं । सभी संभागों के संभागीय आयुक्त, सभी 41 जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं 200 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के साथ तैयारी को लेकर गहन चर्चा की जा चुकी है। राज्य स्तर पर 271 मास्टर ट्रेनर्स को भी प्रशिक्षित किया जा चुका है। ये मास्टर ट्रेनर 28 जुलाई से जिला एवं विधानसभा स्तर पर बूथ स्तरीय अधिकारी एवं पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण प्रारंभ करेंगे ।
नवीन महाजन के अनुसार किसी भी अभियान की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसके लिए पूर्व में ही कितनी सशक्त तैयारी कर ली गई हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान 2025 के अंतर्गत व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण, जनसंपर्क, निगरानी और दस्तावेज संकलन की प्रक्रिया को प्रभावशाली ढंग से क्रियान्वित करने के लिए तैयारियों का जायजा लेने हेतु निर्देशित किया गया है। इस हेतु जमीनी स्तर पर की जा रही तैयारी का जायजा लेने के लिए आज निर्वाचन विभाग के विशेषाधिकारी सुरेश चंद्र एवं उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी सोमदत्त दीक्षित बस्सी विधानसभा पहुंचे । उप जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष श्रीवास्तव भी उनके साथ रहे । इन सभी ने मिलकर बस्सी , बगरू, विद्याधर नगर एवं हवामहल विधानसभाओं के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों एवं उप निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा की जा रही तैयारी का जायजा लिया। निर्वाचन विभाग विशेषाधिकारी ने इस अभियान के दौरान हाउस टू हाउस सर्वेक्षण के तहत लिए जाने वाले दस्तावेजों एवं प्रक्रियागत सावधानियां का विशेष ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बस्सी द्वारा 12 00 से अधिक मतदाताओं की संख्या वाले बूथ के रेशनलाइजेशन पर विस्तार से अपनी तैयारी के बारे में बताया। दीक्षित ने हेल्प डेस्क लगाए जाने वाले स्थान का भी निरीक्षण किया जिससे मतदाताओं को कोई भी समस्या आने पर सही जानकारी आसानी से उपलब्ध कराई जा सके।