आरएमएससीएल चिकित्सा संस्थानों एवं औषधि भण्डार गृहों का निरीक्षण
Saturday, May 24, 2025-08:07 AM (IST)

जयपुर, 24 मई। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन की ओर से दवा आपूर्ति प्रबंधन को सुदृढ़ रखने के उद्देश्य से प्रदेशभर में औषधि भण्डार गृहों एवं चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है। आरएमएससीएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती नेहा गिरि के निर्देशन में किए जा रहे इन निरीक्षणों के तहत मुख्यालय से टीमें विभिन्न जिलों का दौरा कर औषधियों की उपलब्धता, लू तापघात प्रबंधन, ऑक्सीजन की उपलब्धता, उपकरणों का रख रखाव एवं विभागीय कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का सघन परीक्षण कर रही हैं।
आरएमएससीएल जयपुर (मुख्यालय) के एडीसी मनोज धीर एवं रोशनलाल के द्वारा मेडिकल कॉलेज औषधि भण्डार केन्द्र, जोधपुर, जिला चिकित्सालय पावटा एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बालेसर का सघन निरीक्षण किया गया। टीम ने पाली जिले के चिकित्सा संस्थानों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण दल को स्थानीय अधिकारियों ने जिला औषधि भण्डार में दवाओं की उपलब्धता, वितरण, वाक इन कूलर एवं अन्य व्यवस्थाओं से अवगत कराया। पाली में टीम ने बांगड अस्पताल के सब स्टोर, दवा वितरण केन्द्र एवं ऑक्सीजन आपूर्ति आदि का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा वितरण योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, ऑक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता, लू—तापघात प्रबंधन से संंबंधित दवाओं की उपलब्धता सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
आरएमएससीएल की कम्पनी सचिव ममता अग्रवाल एवं सहायक लेखाधिकारी कविता बैरवा द्वारा जिला अस्पताल सांगानेर जयपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, कोटखावदा एवं जिला औषिधि भण्डार गृह, जयपुर द्वितीय का सघन निरीक्षण किया गया। टीम ने हीटवेव से बचाव एवं उपचार के लिए बेहतर प्रबंधन बनाए रखने के साथ ही कार्मिकों को अलर्ट मोड और प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ काम करने के निर्देश दिए। दवा वितरण केंद्रों पर कार्यरत समस्त फार्मासिस्ट को दवा वितरण में किसी तरह की कमी नहीं रखने और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता के संबंध में भी निर्देश दिए।
अधिकारियों ने संस्थागत प्रसव, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य गतिविधियों, विभागीय कार्यक्रमों एवं योजनाओं की प्रगति के संबंध में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्धारित कार्य योजना अनुसार नियमित टीकाकरण तथा संस्थागत प्रसव के लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त करने हेतु सार्थक प्रयास करने के निर्देश दिए।