जिला स्तरीय इंदिरा प्रियदर्शिनी स्कूटी वितरण कार्यक्रम आयोजित
Saturday, Aug 02, 2025-06:09 PM (IST)

जिला स्तरीय इंदिरा प्रियदर्शिनी स्कूटी वितरण कार्यक्रम आयोजित
जयपुर/जोधपुर, 2 अगस्त। जिला स्तरीय इंदिरा प्रियदर्शिनी स्कूटी वितरण कार्यक्रम शनिवार को जोधपुर जिला स्थित श्री महालक्ष्मी शिक्षण संस्थान प्रतापनगर में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता एवं संसदीय कार्य विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री शेखावत ने कहा कि बेटियाँ आज न केवल परिवार, बल्कि पूरे राष्ट्र का मान बढ़ा रही हैं। जिन परिस्थितियों में उन्होंने सफलता अर्जित की है, वह साहस, संकल्प और सेवा भाव का प्रतीक है। उनमें भारत के भविष्य की झलक दिखाई देती है।
उन्होंने कहा कि अभावों में पली-बढ़ी बेटियाँ जब शिक्षा को सेवा का माध्यम बनाकर समाज के प्रति योगदान देती हैं, तो वह स्वयं नई क्रांति का सूत्रपात करती हैं। उनका आत्मविश्वास, मेहनत और समर्पण उन्हें प्रेरणा का स्रोत बनाता है। आज की बेटियाँ केवल सपना नहीं देख रही, बल्कि उसे साकार भी कर रही हैं। शेखावत ने कहा कि अमृत काल में भारत जिस बदलाव की ओर अग्रसर है, उसमें बेटियों की भूमिका निर्णायक होगी। वे बदलाव की वाहक और विकसित भारत की आधारशिला बन रही हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि 2047 तक जब भारत विकसित राष्ट्र बनेगा, तब उसकी सबसे सशक्त भूमिका इन बेटियों की होगी, जो अपने संकल्प और संघर्ष से समाज को नई दिशा दे रही हैं।
संसदीय कार्य मंत्री पटेल ने कहा यशस्वी मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार शैक्षणिक उन्नयन एवं युवा कल्याण के लिए कटिबद्ध होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा विद्यालय और महाविद्यालय तक सुगम पहुंच के लिए राज्य सरकार द्वारा केवल 18 माह में काली बाई भील मेधावी छात्रा एवं देवनारायण स्कूटी योजना के तहत 32 हजार 907 स्कूटियों का वितरण और 10 लाख 51 हजार साइकिलों का वितरण किया गया है।
पटेल ने कहा कि बच्चों के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी के महत्व को देखते हुए 89 हजार विद्यार्थियों को टैबलेट और लैपटॉप का वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के इसी क्रम में आरटीई के तहत 2 लाख से अधिक नव प्रवेशित विद्यार्थियों की 907 करोड़ रुपये फीस का पुनर्भरण किया गया है। उन्होंने कहा बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिए लाडो प्रोत्साहन योजना में डेढ़ लाख रूपये की राशि दी जा रही है।