गुरुग्राम, हरियाणा – एक चौंकाने वाली घटना सामने आयी हैं| राधिका यादव
Friday, Jul 11, 2025-07:07 PM (IST)

गुरुग्राम, हरियाणा – एक चौंकाने वाली घटना में, हरियाणा के गुरुग्राम में 25 वर्षीय जूनियर इंटरनेशनल टेनिस खिलाड़ी की कथित तौर पर उसके पिता दीपक यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह दुखद घटना गुरुवार को हुई, जो राधिका की मां के जन्मदिन से ठीक एक दिन पहले था। दीपक यादव ने अपनी पिस्तौल से कुल पांच गोलियां चलाईं, जिनमें से एक कंधे पर और तीन पीठ पर लगीं, जबकि एक गोली लक्ष्य से चूक गई। राधिका ने बचने की कोशिश भी की लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गईं।
सेक्टर 57 में एक निजी एजेंसी के सुरक्षा गार्ड प्यारे लाल के अनुसार, हत्या के बाद आरोपी पिता घर से बाहर आया और कहा, "मैंने अपनी बेटी को मार दिया।" पुलिस ने दीपक यादव को उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की शुरुआती जांच से पता चला है कि हत्या के पीछे का मकसद दीपक यादव की नाराजगी थी, क्योंकि राधिका एक सफल टेनिस एकेडमी चला रही थी। उसे कथित तौर पर दूसरों के ताने पसंद नहीं थे, जो यह इशारा करते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई पर जी रहा है।
टेनिस एकेडमी को लेकर विवाद
परिवार के सदस्यों ने बताया कि दीपक यादव ने शुरू में राधिका को अपनी टेनिस एकेडमी खोलने के लिए ₹1.25 करोड़ दिए थे। हालांकि, एक महीने के भीतर ही उन्होंने उस पर एकेडमी बंद करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। हत्या से पहले के 15 दिनों तक, पिता और बेटी के बीच एकेडमी को लेकर रोजाना झगड़ा होता था। गुरुवार को यह विवाद तब बढ़ गया जब राधिका ने अपने पिता की एकेडमी बंद करने की मांग मानने से इनकार कर दिया, जिससे तीखी बहस हुई और अंततः गोली मारकर हत्या कर दी गई।
शुरुआती सोशल मीडिया रिपोर्टों में सुझाव दिया गया था कि हत्या राधिका के सोशल मीडिया रील्स बनाने से संबंधित थी, लेकिन पुलिस ने इस बात का खंडन किया है और पुष्टि की है कि टेनिस एकेडमी का विवाद ही एकमात्र मकसद था। दीपक यादव को अदालत में पेश किया गया है और एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
राधिका के शव का गुरुग्राम के सिविल अस्पताल में तीन डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमॉर्टम किया गया, और इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई। बाद में उनके परिवार ने राधिका का अंतिम संस्कार कर दिया।
एफआईआर से मिली जानकारी
दीपक यादव के भाई कुलदीप यादव ने एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि दीपक, उसकी पत्नी मंजू और बेटी राधिका वजीराबाद गांव में स्थित अपने घर की पहली मंजिल पर रहते थे, जबकि वह अपने परिवार के साथ भूतल पर रहते थे।
गुरुवार सुबह, दीपक और राधिका के बीच एकेडमी बंद करने को लेकर विवाद हुआ। जब राधिका रसोई में खाना बना रही थी, तभी दीपक ने कथित तौर पर अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से पीछे से उसे तीन गोलियां मार दीं।
कुलदीप ने बताया कि सुबह के समय वह भूतल पर था। उसने तेज आवाज सुनी और जब वह पहली मंजिल पर गया तो उसने राधिका को रसोई में खून से लथपथ पाया। पिस्तौल ड्रॉइंग-रूम में पड़ी थी। कुलदीप और उसका बेटा उसे एशिया मैरिंगो अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कुलदीप ने यह भी बताया कि दीपक ने अपनी लाइसेंसी .32 बोर की पिस्तौल का इस्तेमाल किया था। राधिका रसोई में खून से लथपथ पड़ी थी, और दीपक भी पास में ही बैठा था। पुलिस ने दीपक को वहीं से हिरासत में ले लिया।
मां का बयान और पिता का कबूलनामा
राधिका की मां मंजू यादव ने पुलिस को बताया कि घटना के समय वह बुखार के कारण घर पर मौजूद नहीं थीं। हालांकि, राधिका के चाचा कुलदीप ने दावा किया कि फायरिंग के समय मंजू घर की पहली मंजिल पर मौजूद थीं।
सेक्टर 57 थाना प्रभारी विनोद कुमार के अनुसार, बिल्डर दीपक यादव ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि राधिका एक बड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी थी, जिस पर पूरे परिवार को गर्व था। उसने दावा किया कि लगभग तीन महीने पहले टेनिस खेलते समय कंधे में चोट लगने के बाद राधिका ने टेनिस खेलना छोड़ दिया और अपनी एकेडमी खोल ली।
दीपक ने बताया कि लोग उसे लगातार ताना मारते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई पर जी रहा है। उसने कई बार राधिका से एकेडमी बंद करने को कहा, यह आश्वासन देते हुए कि उनका परिवार संपन्न है और कोई समस्या नहीं होगी। हालांकि, राधिका ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उसे लोगों की परवाह नहीं है और खेल ने उसका करियर बनाया है, इसलिए इससे पैसा कमाना कोई बुरी बात नहीं है। गुरुवार को, जब उसने फिर से एकेडमी न जाने के लिए कहा और वह झगड़ने लगी, तो लोगों के तानों से परेशान होकर उसने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से उसे गोली मार दी।
राधिका यादव: एक होनहार टेनिस करियर
राधिका यादव ने स्कॉटिश हाई इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई की और 2018 में कॉमर्स में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की। स्कूल के शुरुआती दिनों में ही राधिका ने टेनिस खेलना शुरू कर दिया था और हाल ही में युवा खिलाड़ियों को कोचिंग देने के लिए एक एकेडमी खोली थी। 4 नवंबर 2024 तक, राधिका ने आईटीएफ महिला युगल में अपने करियर की सर्वोच्च 113वीं रैंकिंग हासिल की थी।
वह एक राष्ट्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी थीं, जिनका जन्म 23 मार्च 2000 को हुआ था। राधिका ने कई अंतर्राष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ) टूर्नामेंट में भाग लिया था, और उनके करियर की सर्वोच्च आईटीएफ रैंकिंग लगभग 1638 रही है। राधिका ने हरियाणा में महिला युगल वर्ग में पांचवां स्थान हासिल किया था। जून 2024 में, वह ट्यूनीशिया में हुए W15 टूर्नामेंट में पहुंची थीं। उनका पंजीकरण ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (एआईटीए) में भी था।
एआईटीए गर्ल्स अंडर-18 वर्ग में राधिका 22 जनवरी 2018 को 75वें स्थान पर पहुंची थीं, और एआईटीए महिला सिंगल्स में वह 12 फरवरी 2018 को 35वें स्थान पर थीं। महिला युगल में 5 अप्रैल 2021 को राधिका का सर्वश्रेष्ठ 53वां स्थान रहा, और उन्होंने 112 सप्ताह तक शीर्ष 100 में अपनी जगह बनाए रखी। एआईटीए महिला सिंगल्स में शीर्ष 100 में जगह बनाने वाली राधिका हरियाणा की केवल चार खिलाड़ियों में से एक थीं। 4 नवंबर 2024 तक महिला युगल में उनकी आईटीएफ रैंकिंग 113 उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग थी।