जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा बाईस गोदाम पुल पर स्पष्टीकरण, वायरल वीडियो में दिख रहा ''गैप'' दरार नहीं, बल्कि निर्माण विशेषता है
Tuesday, Jul 29, 2025-10:55 AM (IST)

जयपुर । हाल ही में सोशल मीडिया पर बाइस गोदाम पुल में 'दरार' दिखाने वाले वीडियो में दिख रहा गैप किसी भी प्रकार की संरचनात्मक खराबी या क्षति का संकेत नहीं है, बल्कि यह पुल के निर्माण प्रक्रिया का एक सामान्य और अपेक्षित हिस्सा है। जेडीसी आनंदी ने बताया कि बाईस गोदाम पुल का निर्माण सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा दो चरणों में किया गया था:
प्रथम चरण: दो लेन के पुल का निर्माण 3 मार्च 1996 को पूरा हुआ था।
द्वितीय चरण: इस पुल को दो लेन से चार लेन में विस्तारित किया गया, जिसका उद्घाटन 11 मार्च, 2000 को किया गया था। जेडीसी ने बताया कि चूंकि दोनों पुल वायाडक्ट वाले हिस्से में अलग-अलग बनाए गए थे, इसलिए उनके बीच मध्य भाग से सटा हुआ एक गैप मौजूद है। यह गैप निर्माण की प्रकृति के कारण उत्पन्न हुआ है। समय के साथ फैलाव और संकुचन को समायोजित करने के लिए इस गैप में नियमित रूप से पैकिंग सामग्री डाली जाती है, क्योंकि इसे स्थायी रूप से भरना संभव नहीं है। गैप की अपर्याप्त और अनियमित चौड़ाई के कारण इसमें कोई स्थायी अनुदैर्ध्य (longitudinal) जॉइंट भी नहीं लगाया जा सकता।
जेडीए द्वारा स्पष्ट किया कि "दोनों पुलों के वायाडक्ट के बीच का यह गैप न तो किसी संरचनात्मक दोष के कारण है और न ही यह पुल में कोई क्षति या दरार है। यह गैप अलग-अलग समय पर दो लेन वाले पुलों के निर्माण के कारण बना हुआ है।" नागरिकों से अपील की जाती है कि वे ऐसी भ्रामक जानकारियों पर ध्यान न दें और किसी भी प्रकार की शंका होने पर सीधे जेडीए कार्यालय में संपर्क करें। इस पुल में किसी भी प्रकार की तकनीकी खामियां नहीं है और यह पुल आमजन के उपयोग हेतु पूर्ण रूप से सुरक्षित है।