भारत-पाक बॉर्डर के पास ''उत्तरलाई एयरपोर्ट'' का होगा विस्तार, नागरिक उड्डयन विभाग ने दी स्वीकृति
Thursday, Jul 24, 2025-03:05 PM (IST)

राजस्थान सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टिविटी और विकास को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। बाड़मेर के उत्तरलाई एयरपोर्ट का अब विस्तार किया जाएगा। राज्य के नागरिक उड्डयन विभाग ने इसके लिए भूमि अधिग्रहण की स्वीकृति दे दी है। यह एयरपोर्ट भारत-पाक सीमा के करीब स्थित होने के कारण सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
विस्तार के लिए मांगी गई 64.43 एकड़ भूमि
राज्य सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट पर सिविल एन्क्लेव और एप्रोच रोड के निर्माण के लिए कुल 64.43 एकड़ भूमि की जरूरत होगी। इनमें से 62.96 एकड़ भूमि निजी स्वामित्व में है, जिसे अब सार्वजनिक प्रयोजन के लिए अधिग्रहित किया जाएगा। यह भूमि लगभग 25.47 हेक्टेयर में फैली है।
मौके की रिपोर्ट के बाद लिया गया फैसला
बाड़मेर जिला प्रशासन द्वारा मौके की स्थिति का अध्ययन करने के बाद नागरिक उड्डयन विभाग को रिपोर्ट सौंपी गई। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि एयरपोर्ट विस्तार के लिए भूमि आवश्यक है। इसके बाद विभाग ने परियोजना को हरी झंडी दे दी।
पुनर्वास और मुआवजे की प्रक्रिया तय
प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण से पहले पुनर्वास, पुनर्व्यवस्थापन और मुआवजा मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। रिपोर्ट के आधार पर इसे एक सार्वजनिक हित की परियोजना मानते हुए भूमि अधिग्रहण की सिफारिश की गई, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।
सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए गेमचेंजर
इस परियोजना से न सिर्फ सैन्य और रणनीतिक दृष्टिकोण को मजबूती मिलेगी, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी हवाई यात्रा का नया विकल्प खुलेगा। यह बाड़मेर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में रोजगार, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को नया आयाम देगा। उत्तरलाई एयरपोर्ट का विस्तार राजस्थान सरकार की सीमावर्ती क्षेत्रों में इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार की रणनीति का हिस्सा है। यह कदम बाड़मेर को हवाई नक्शे पर प्रमुखता से लाने के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास का नया द्वार खोलेगा।