नरेश मीणा मामले में SDM के समर्थन में उतरीं डीना डाबी
Thursday, Nov 14, 2024-04:35 PM (IST)
राजस्थान विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव के दौरान बुधवार को टोंक जिले की देवली उनियारा सीट पर मतदान के दौरान हुए थप्पडकांड़ की गुंज पूरे प्रदेश में सुनाई दे रही है। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा RAS अधिकारी के साथ हाथापाई के विरोध में अधिकारियों का रोष चरम पर है। घटना के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर RAS अधिकारियों ने बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी को ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान बाड़मेर कलेक्टर टीना डाबी ने भी समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि हम आपके साथ हैं। ऑन ड्यूटी अधिकारी पर हमला करना गलत है। हमने भी इस मामले में उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है। घटना के विरोध में प्रदेशभर में 927 RAS अधिकारी पेन डाउन हड़ताल पर चले गए हैं। उनके समर्थन में 10 हजार पटवारी, 13 हजार राजस्व कर्मचारी, 600 तहसीलदार और 15 हजार ग्राम सेवक सहित करीब 40 हजार सरकारी कर्मचारी कामकाज ठप कर चुके हैं।
इस बीच, टोंक जिले के समरावता गांव में कांग्रेस के पूर्व नेता नरेश मीणा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। राजस्थान पुलिस के एडीजी विजय बंसल, भारी पुलिस बल के साथ गुरुवार को गांव पहुंचे और मीणा से सरेंडर करने की अपील की। हालांकि, उनके समर्थकों के विरोध के चलते पुलिस को आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। पुलिस ने हालात बिगड़ने से पहले नरेश मीणा को एक बख्तरबंद गाड़ी में बिठाया और गांव से रवाना हो गई।
हिरासत में लिए जाने से करीब 20 मिनट पहले नरेश मीणा ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने बताया कि पुलिस ने गांव की चारों ओर से नाकाबंदी कर दी है। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की थी कि वे पुलिस की घेराबंदी तोड़कर चक्का जाम कर दें। मीणा की गिरफ्तारी के बाद टोंक जिले में तनावपूर्ण माहौल है। समर्थकों ने उनियारा-हिंडोली हाईवे को जाम कर दिया है और पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया जा रहा है। लगातार हिंसा की स्थिति बनती जा रही है, और पुलिस प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ रही है। वहीं, नरेश मीणा के समर्थक उनकी रिहाई की मांग पर अड़े हुए हैं, जिससे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।