अजमेर में पांच दिन से बारिश का दौर जारी, केसरगंज में जर्जर तीन मंजिला मकान गिरा, दहशत में लोग
Friday, Aug 09, 2024-06:00 PM (IST)
अजमेर 9 अगस्त 2024 ( दिलीप शर्मा ) । प्रदेश में सक्रिय मानसून के चलते अजमेर शहर सहित जिलेभर में पिछले पांच दिनों से लगातार रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है । कभी तेज तो कभी रिमझिम बरसात से मौसम खुशनुमा है। ऐसे में पर्यटन स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है। वहीं शुक्रवार दोपहर 12 बजे के करीब तेज बरसात के चलते केसरगंज में तीन मंजिला जर्जर भवन गिर गया। हादसे से क्षेत्र में लोगों में दहशत फैल गई । जिसके बाद निगम प्रशासन ने जेसीबी की सहायता से मलबे को हटवाया।
पर्यटक स्थलों पर भीड़
शहर में पिछले पांच दिनों से आसमान में बादल छाए रहने और रिमझिम बारिश से मौसम खुशगवार हो गया है, जिससे पर्यटक स्थलों पर अजमेर शहर ही नहीं, बल्कि आस-पास के जिलों से भी पर्यटक पुष्कर और अजमेर के अनासागर सहित अन्य पर्यटन स्थलों को देखने के लिए आ रहे हैं।
तीन मंजिला जर्जर भवन गिरा
शुक्रवार दोपहर 12 बजे के करीब हुई तेज बरसात के बीच केसरगंज बाटा तिराहा के पास एक तीन मंजिला जर्जर भवन हिस्सा भरभरा कर गिर गया। बता दें कि इस बिल्डिंग में व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन होता था। गनीमत रही कि जिस दौरान यह हादसा हुआ उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था। अचानक हुए इस हादसे से आसपास रहने वाले लोग दहशत में आ गए। बारिश से अजमेर इलाके में कई पुरानी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हुई है, हालांकि इनमें कोई भी जनहानि नहीं हुई है। जानकारी के अनुसार बाटा तिराहे पर बाजे वाली गली में एक तीन मंजिला जर्जर मकान ढह गया। अचानक हुए हादसे के बाद आस पास रहने वाले लोग घरों से बाहर आ गए। मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
निगम प्रशासन ने हटाया मलबा
घटना की सूचना के बाद क्लॉक टावर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इधर निगम अधिकारी भी जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर लेकर आ गए। निगम कार्मिकों ने मौके से जेबीसी की सहायता से जर्जर भवन के गिरे मलबे को हटाया। साथ जर्जर भवन मालिकों को नोटिस देकर मानो इतिश्री कर ली है।
कई जर्जर मकान दे रहे हादयों को न्योता
नगर निगम सीमा क्षेत्र में दर्जनों मकान ऐसे हैं जो जर्जर अवस्था में हैं। प्रमुख रूप से पुराने शहर पुरानी मंडी, नया बाजार, नला बाजार, दरगाह बाजार, गुर्जर धरती, नगरा सहित अन्य क्षेत्रों में जर्जर मकानों से मानसून के दौरान खतरा बना हुआ है। नगर निगम प्रशासन भी भवन मालिकों को महज नोटिस देकर कागजी खानापूर्ति कर रहा है।